दिल जला मानों आत्मा जली हलचल हुयी दिलो दिमाग में कुछ खोया-खोया सा लगा मन न तो यहाँ है न वहाँ नही अपने तो छोड चले बेगानो को क्या कहे हम तो न चाहते थे छोडना वे साथ छोड चले वे कहते है कि हम दिलजले है......
are tunna bhaiya hamhu ke e blag slag sikha deta t hamhu sabke maisjva bhejal karti samjhla.achcha jayda guru sikh jaeb.aaur btava.ka hal chal h.jammu jat hae.khub badiya photo khech ke liyaeb t toke deb.achcha namskar.tohar chot bhae kishan.
बहुत बढ़िया, धीरज!
ReplyDeleteदिया जला कि दिल जला या दिया जैसा दिल जला । कुछ साफ करो भाई ।
ReplyDeleteई वाला भी चित्र लगा ही दिये ! खैर, जौन तोहार मरजी ।
वाह दिलजले वाह ।
ReplyDeletenice
ReplyDeleteबढ़ीया!!
ReplyDeleteआपने बहुत ही सुंदर भाव और अभिव्यक्ति के साथ शानदार रचना लिखा है! बहुत बढ़िया लगा! दिल को छू गई आपकी ये रचना !
ReplyDeleteare tunna bhaiya hamhu ke e blag slag sikha deta t hamhu sabke maisjva bhejal karti samjhla.achcha jayda guru sikh jaeb.aaur btava.ka hal chal h.jammu jat hae.khub badiya photo khech ke liyaeb t toke deb.achcha namskar.tohar chot bhae kishan.
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