A Photo-Blog of Dhiraj shah
Wahh Bhai Wahh Maan Gaye Dheeraj ji Appki Photography..
nice
आकाश मे टंगी घंटी और नीले आकाश का विस्तार .और घंटी की ध्वनि की गूंज का विस्तार ..निरख रहा हूँ बहुत कुछ..पर्वतमाला का विस्तार भी..चित्र सुन्दर
क्या जीवन्त चित्र लिया है आपने !घंटी की टंकार को पर्वत से आ टकरा अन्तर्मन में अनुभव कर रहा हूं ..!अत्यन्त आकर्षक चित्र...!आभार
Wahh Bhai Wahh Maan Gaye Dheeraj ji Appki Photography..
ReplyDeletenice
ReplyDeleteआकाश मे टंगी घंटी और नीले आकाश का विस्तार .
ReplyDeleteऔर घंटी की ध्वनि की गूंज का विस्तार ..
निरख रहा हूँ बहुत कुछ..पर्वतमाला का विस्तार भी..
चित्र सुन्दर
क्या जीवन्त चित्र लिया है आपने !
ReplyDeleteघंटी की टंकार को पर्वत से आ टकरा अन्तर्मन में अनुभव कर रहा हूं ..!
अत्यन्त आकर्षक चित्र...!
आभार