Thursday, April 8, 2010

परछाई

 

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4 comments:

  1. दिन तुम यूँ रोजाना गुमसुम क्यूँ लगते हो ,
    सूरज से कुछ सीखो , कलियों से बहल जाओ

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  2. बढ़िया परछाईयाँ.

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  3. sundar photography

    ham bhi fingers se aisi hi parchaayi bana kar dekhenge

    thanks

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  4. वाह बहुत ही सुन्दर फोटोग्राफी! शानदार!

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