Wednesday, April 14, 2010

राहगीर

राहगीर

झुलसती धुप मे मिली छाँव तो पथिक चल आराम कर ले ………

6 comments:

  1. bahut sundar chitra...
    http://dilkikalam-dileep.blogspot.com/

    ReplyDelete
  2. बेहतरीन तस्वीर!

    ReplyDelete
  3. नीद तो कहीं भी आ सकती ,हाँ ..नीद का आँखों में होना चाहिए

    ReplyDelete