Tuesday, July 21, 2009

धरती और माँ

धरती और माँ दोनो है अनमोल

7 comments:

  1. दो तीन बार पेज refresh किया फोटो नहीं देख पा रहे..

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  2. when a picture can speak volumes why write any word at all. beeeeeeeeeeautiful.

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  3. शस्य श्यामला इसी भूमि की कल्पना की थी हमारे मनीषियों ने । गांधी का ग्राम्य स्वप्न यहीं तो आकार लेता ।

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  4. वाह बहुत सुंदर!

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