A Photo-Blog of Dhiraj shah
सारे से सारे १० रु पाव..
बिल्कुल सही बात कही!
BAHUT BAHUT SAHI KAHA AAPANE ........YAH JARURI HAI KI BLOG KE MAADHYAM SE WAHA TAK BAAT PAHUCHAYI JAYE.......
बहुत सही !!
बिल्कुल सही बात कही हिन्दीकुंज
खाना तो महँगा हो ही गया है । अब चित्र में ही इतना कुछ एक साथ देखा जा सकता बजाय घर की टोकरी या सामने की थाली के ।
सब्जी बन जाय तो अच्छी लगती है, चित्र से कैसा संतोष ?
अब तो धीरज शाह बनना पड़ेगासंपूर्ण धीरज रखना पड़ेगाधीरज शाह हैं सचमुचचित्रों के अकूत बादशाह।
sunder chitro ka baadshahwo hai Dhiraj shah
सारे से सारे १० रु पाव..
ReplyDeleteबिल्कुल सही बात कही!
ReplyDeleteBAHUT BAHUT SAHI KAHA AAPANE ........YAH JARURI HAI KI BLOG KE MAADHYAM SE WAHA TAK BAAT PAHUCHAYI JAYE.......
ReplyDeleteबहुत सही !!
ReplyDeleteबिल्कुल सही बात कही
ReplyDeleteहिन्दीकुंज
खाना तो महँगा हो ही गया है । अब चित्र में ही इतना कुछ एक साथ देखा जा सकता बजाय घर की टोकरी या सामने की थाली के ।
ReplyDeleteसब्जी बन जाय तो अच्छी लगती है, चित्र से कैसा संतोष ?
ReplyDeleteअब तो धीरज शाह बनना पड़ेगा
ReplyDeleteसंपूर्ण धीरज रखना पड़ेगा
धीरज शाह हैं सचमुच
चित्रों के अकूत बादशाह।
बिल्कुल सही बात कही!
ReplyDeletesunder chitro ka baadshah
ReplyDeletewo hai Dhiraj shah