Thursday, July 30, 2009

पहली किरण


भोर की पहली किरण
लायी नयी किरणो का सबेरा
नयी किरण लायी जिन्दगी मे उजाला
उजाले ने फैलाया मन मे उल्लास
उल्लास ने जगाया हौसला
हौसले ने बनायी तकदीर
तकदीर ने सवारा हमे।

6 comments:

  1. धुंधला गया है सूरज शायद बादलों से । सुन्दर चित्र ।

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  2. बहुत सुंदर कविता और साथ में सुंदर चित्र! मेरे अन्य ब्लोगों पर भी आपका स्वागत है-
    http://urmi-z-unique.blogspot.com
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  3. यही तो है सच का सामना
    रोक सको तो रोक लो
    सूरज की किरणें
    जो सच हैं

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  4. कविता और चित्र ने हमारे मन मे भी उल्लास भर दिया है दिन भर के लिये बधाई और आभार्

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  5. कविता और चित्र ने हमारे मन मे भी उल्लास भर दिया है

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