A Photo-Blog of Dhiraj shah
बहुत प्यारी सी फोटो है शांत और सौम्य मन मोह लिया मेरा ..........और कविता बहुत भोली सी है
बहुत प्यारी फोटो..
बहुत ख़ूबसूरत और प्यारी कविता लिखा है आपने और साथ में सुंदर तस्वीर! लिखते रहिये!
bahut pyari kavita likha hai aapne janab
डूब रहा सूरज डूब ही गया है । शेष रह गया है उसका सारथी अरुण । चित्र खूबसूरत है ।
बहुत प्यारी सी फोटो है
ReplyDeleteशांत और सौम्य
मन मोह लिया मेरा
..........और कविता बहुत भोली सी है
बहुत प्यारी फोटो..
ReplyDeleteबहुत ख़ूबसूरत और प्यारी कविता लिखा है आपने और साथ में सुंदर तस्वीर! लिखते रहिये!
ReplyDeletebahut pyari kavita likha hai aapne janab
ReplyDeleteडूब रहा सूरज डूब ही गया है । शेष रह गया है उसका सारथी अरुण । चित्र खूबसूरत है ।
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