Tuesday, June 30, 2009

मेहदीं



सजा है हाथ मेहदीं से
निखरी है आज मेहदीं
दुल्हन की
खुद पे आज नाज करती वह
कि
निखरी है आज मेहदीं
लोगो को दिखाती आज
मेहदीं का हाथ
खुद पर रिझती
खुद पर करती नाज
निखरी है आज मेहदीं

Wednesday, June 24, 2009

जन्मदिवस



कल हुआ था जन्म मेरा
आज है जन्मदिवस
हर तरफ फैली है खुशीयाँ
लोग है हँसते हुये
लोग है नाचते हुये
घर मे है आज उत्सव
कही बन रहे है पुवे
तो कही बन रहे है पकवान
जुटे है आज लोग
मनाने मेरा जन्मदिवस
हर तरफ फैली है खुशीयाँ
आज है मेरा जन्मदिवस ।

Monday, June 22, 2009

ख्वाब



ख्वाब
देखा, कल रात
मैने इक सपना
वो हकीकत था या सपना
मै खुद समझ नही पाया
वो आयी और चली गयी
सुहाने सपने देकर
मै ढुढता रहा
लेकिन वो चली गयी
वो सपने से
देखा, कल रात
मैने इक सपना...

Sunday, June 21, 2009

मृत्यु



बचपन का मौजपन
दुनिया से बेखबर
लडकपन का जोश
अपनी उमंगो की रवानी
युवा होने की खुमारी
लोगो से आगे निकलने का जोश
प्रौढ होने पर
अपनी और लोगो की जिम्मेदारी
बुढापा , लोगो का ताना
इच्छा मर जाने की
पर
मृत्यु भी न आयी बुलाने पर
आये तो महाकाल
थके हारे शरीर को लेने
मृत्यु का सत्य बताने ।

Saturday, June 20, 2009

बेनाम चित्र



बेनाम चित्र
आप से अनुरोध है की आप इस चित्र का नाम बतलाये

Friday, June 19, 2009

डुबता सुरज



डुबता सुरज
देख
उडते मन ने कहा
क्यो क्या हुआ
जो सोचा था आज,

कुछ करुगा आज नया
पर मन ने कुछ करने न दिया
इस ठहरे शरीर को

और दिन ढल गया
कुछ भी ना हुआ
फिर जागी, नयी आशा , नये सबेरे के साथ .....

Wednesday, June 17, 2009

नीला आसमां - II



नीला आसमाँ
आ पहुचा
पहाडो की गोद मे
पहाड़ उसे छुने की कोशिश मे
पर
उसे छु भी न पाया
और आसमाँ दूर रहा |

Monday, June 15, 2009

पीली धूप मे चटक हरापन



धूप तीखी थी
सूख गया मै भी
पानी की प्रत्याशा
खीच गयी कहाँ कहाँ?

देखा यह हरापन
मन हरा हो गया
यहाँ पानी था कहाँ ?
---------------------

नोट - यह चित्र हिमांशु जी के पौधों की क्यारी से लिया है |प्यास ने पंहुचा दिया था वहां |

Sunday, June 14, 2009

भोर की सुबह



भोर की सुबह
अलसाई सुबह
पर
सुबह लाती है
नया सबेरा
नयी रोशनी
नयी किरणे
तो जागो
सबेरा हुआ ।

Friday, June 12, 2009

माँ का दरबार



माँ की ममता प्यारी

सारे माँ के दुलारे है

माँ पुरी करती सबकी आशायें

माँ की ममता प्यारी

जो आया दरबार , खाली हाथ वापस आया

माँ की ममता प्यारी





Thursday, June 11, 2009

दौड़ता मानव या अश्व



मानव और अश्व मे फर्क बहुत थोड़ा
यह दौड़ता और वो दौड़ता
दोनों बात बराबर
यह समाज के साथ दौड़ता
वो आदमियों को बैठा दौड़ता
आप ही बताइए दोनों मे फर्क कितना

Wednesday, June 10, 2009

मिलन



मिलन
ये दो दिलो का नही ,
ये दो आत्माओं का है ,
ये इक जन्म का नही ,
ये सात जन्मो का ,
मिलन है ।

Tuesday, June 9, 2009

चलते - चलते


चिट्ठाजगत अधिकृत कड़ी




चलते चलते मैंने देखा
रास्ता भी भाग रहा था
या
रास्ता ही भाग रहा था
मैं ठहर गया था ।

Friday, June 5, 2009

नीला आसमां


शाम का नीला आसमान ,
बादलों की घटाओं इंतजार ही ,
वो आयेंगी और बरसेगी ,
पर न वो आयी ,
बादलों की घटाओं का इंतजार होता रहा

Thursday, June 4, 2009

पिया की दुल्हन


पिया की दुल्हन पथ निहारती है की ,
पिया आयेंगे और ले जायेंगे ।
पर न पिया आए, न संदेश आया ।
दुल्हन पथ निहारती रह गई ।