A Photo-Blog of Dhiraj shah
इतना उदास नहीं रहते।अच्छी अभिव्यक्ति।
भावपूर्ण अभिव्यक्ति!!
किसी का मन पर वश नहीं मन की अपनी रीति।घृणा बैर मन की उपज मन से होती प्रीति।।
चित्र सुन्दर है - बस इतना ही कह देता हूँ ।
बहुत सुन्दर
सुन्दर-बहुत आभार. श्री गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभ कामनाएं- आपका शुभ हो, मंगल हो, कल्याण हो |
मनछुने की तमन्ना थीआज सारा आकाशमन तोड़ चलासारे बंधन सुन्दर
इतना उदास नहीं रहते।अच्छी अभिव्यक्ति।
ReplyDeleteभावपूर्ण अभिव्यक्ति!!
ReplyDeleteकिसी का मन पर वश नहीं मन की अपनी रीति।
ReplyDeleteघृणा बैर मन की उपज मन से होती प्रीति।।
चित्र सुन्दर है - बस इतना ही कह देता हूँ ।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteसुन्दर-
ReplyDeleteबहुत आभार.
श्री गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभ कामनाएं-
आपका शुभ हो, मंगल हो, कल्याण हो |
मन
ReplyDeleteछुने की तमन्ना थी
आज सारा आकाश
मन तोड़ चला
सारे बंधन
सुन्दर